क्या बताये तुझे, इस दर्द-ए-दिल की दास्तां,
क्या बताये तुझे, इस दर्द-ए-दिल की दास्तां|
तू है वहाँ, हम न पहुँच सके जहाँ||
ताकती रहे ये नीगाहें, उस द्वार को उस राह को,
ताकती रहे ये नीगाहें, उस द्वार को उस राह को|
और तू ऐसे आये, और यूँ चला जाये||
क्या बताये तुझे, उस इंतज़ार-ए-आलम का नशा,
क्या बताये तुझे, उस इंतज़ार-ए-आलम का नशा|
तेरी एक झलक ही, क्या असर कर जाये||
हँसती रहे ये निगाहें, मेरे इस हाल पे इस बात पे,
हँसती रहे ये निगाहें, मेरे इस हाल पे इस बात पे|
और तू मेरे ये मदहोशी, कभी जान ही न पाये||
क्या बताये तुझे, इस दर्द-ए-दिल की दास्तां,
क्या बताये तुझे, इस दर्द-ए-दिल की दास्तां|
तू है वहाँ, हम न पहुँच सके जहाँ||