तुझे पा भी नहीं सकते
तुझे जान भी नहीं सकते
तेरे लिए इन साँसों को
रुका भी नहीं सकते
फिर भी कमबख्त
कोई साँस
रूक ही जाती है
तेरे नाम पे |
तेरे लिए रो भी नहीं सकते
तेरे लिए हँस भी नहीं सकते
तेरे लिए इस दिल को
धड़का भी नहीं सकते
फिर भी कमबख्त
कोई धड़कन
धड़क ही जाती है
तेरे दीदार पे |
तुझे टूट कर
चाह भी नहीं सकते
तुझे उस रब से
मांग भी नहीं सकते
फिर भी कमबख्त
सजदे-ए-दुआ मे कोई
फरियाद आ ही जाती है
तेरे अहसास पे |