Poetryनहीं आता मार्च 21, 2018मार्च 21, 2018 Priya Rathi न हिंदी आती है न उर्दू आती है न कोई और भाषा आता है तो बस इन कागजो पर हाल-ए-दिल बया करना| न तोल तू मेरे इन लफ्जो को इस दुनिया की भाषा से इस जुबा को तो ठीक से “श” कहना भी नहीं आता|